image credit : BCCI |
कल चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच आईपीएल-2019 का पहला मैच खेला गया. इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने आरसीबी को 17.1 ओवर में ही महज 70 रन पर ऑलआउट कर दिया. आईपीएल के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब सीजन के पहले ही मैच में कोई टीम सिर्फ 70 रन पर ऑलआउट हो गई हो.
इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तीन ऐसे फैसले लिए थे, जिन्हें देख खुद बड़े-बड़े दिग्गज क्रिकेटर भी हैरान थे लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा धोनी का हर फैसला एकदम सही साबित होने लगा और यही कारण है कि चेन्नई ने पहले ही मैच में इतनी शानदार जीत हासिल की.
ये थे धोनी के तीन बड़े फैसले
1. हरभजन सिंह को खिलाना
धोनी का सबसे बड़ा और हैरान कर देने वाला फैसला हरभजन सिंह को खिलाना रहा, दरअसल सूत्रों की मानें तो कल दोपहर तक हरभजन सिंह चेन्नई की प्लेइंग इलेवन में नहीं थे लेकिन मैच शुरू होने से कुछ समय पहले ही धोनी ने उनको खिलाने का निर्णय लिया था.
2. पॉवरप्ले में भज्जी से गेंदबाजी कराना
धोनी ने टॉस जीतकर आरसीबी को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया और उन्होंने पॉवरप्ले के दूसरे ओवर में ही हरभजन को गेंद थमा दी, जबकि 20-20 ओवर के इस छोटे फॉर्मेट में ऐसा बहुत कम होता है जब पॉवरप्ले में किसी स्पिनर गेंदबाज से गेंद कराई जाए.
हरभजन सिंह ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए विराट कोहली, मोईन अली और एबी डिविलियर्स के रूप में तीन बड़े विकेट झटके और आरसीबी की कमर तोड़ दी जिसके लिए उनको मैन ऑफ द मैच भी चुना गया.
3. चार ओवर का स्पेल डलवाना
धोनी ने शुरूआती 8 ओवर में सिर्फ दीपक चाहर और हरभजन सिंह से गेंदबाजी कराकर सिर्फ एक-एक स्पेल में ही दोनों के चार-चार ओवर ख़त्म करा दिए जो कि आईपीएल ही नहीं, बल्कि टी-20 क्रिकेट में शायद पहली बार हुआ है. इन आठ ओवर में चेन्नई ने आरसीबी को सिर्फ 39 रन बनाने दिए और चार महत्वपूर्ण विकेट भी ले लिए थे.
धोनी के इन्हीं हैरान कर देने वाले फैसलों के लिए उन्हें जाना जाता है और इसीलिए दिग्गज क्रिकेट भी धोनी के फैन हैं. बरहाल देखना दिलचस्प होगा कि क्या धोनी चौथी बार चेन्नई को आईपीएल का विजेता बना पाते हैं.
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